शेयर मार्केट का इतिहास – Share market in hindi


शेयर मार्केट दुनिया का सबसे अच्छा प्लेटफाॅर्म है जहा आप भर के कमाई कर सकते है|
स्टाॅक मार्केट,मार्केट शेअर्स और समानता मार्केट ये वो मार्केट होता है जहा पे आप किसी कंपनी के शेअर्स खरीद सकते हो या बेच सकते हो|शेअर्स खरीदने का मतलब होता है |आप उस कंपनी के कुछ परसेंनट ओनरशीप खरीद रहे हो याने उस  कंपनी का कुछ प्राॅफीट होगा तो वो कंपनी कुछ परसेंनट आप को देगी उस  कंपनी को कुछ लाॅस होगा तो वो  आप को भी सेहना पडेगा |

शेयर खरीदने का सबसे अच्छा समय तब होता है जब Recession चल रहा है|या स्ट्राॅक मार्केट क्रश हो गया है|

शेयर मार्केट से सबसे अधिक मुनाफा स्टाॅक एक्स्चेंज NSE ( नॅशनल स्ट्राॅक एक्स्चेंज) और BSE (बाॅम्बे स्ट्राॅक एक्स्चेंज) को होता है |ज्यादातर लोग अपने लगवाये हुये पैसे गवा देते है ज्यादातर न्यूजचैनल गलत न्यूज दिखाकर लोंगों को अपवा पेहलाई जाती है |
सरकार स्ट्राॅक मार्केट के शेयर जान बूजकर निचे गिराते है |

भारत के सबसे बडे निर्देशक राकेश झुनझुनवाला भी कभी कभी इसाइडर ट्रेडिंग करते है जो की गैरकानूनी है|

शेयर  मार्केट का इतिहास :
शेयर मार्केट की शुरुआत करीब 400 साल से चालु हुई थी |9 जुलाई 1875 में बाॅम्बें स्ट्राॅक एक्स्चेंज की स्थापना हुई |शुरुआत में 4 गुजराती और 1 पारशी शेअर्स ब्रोकर ने बरगद के पेड के नीचे  शेअर्स मार्केट शुरुआत की थी उस वक्त 318 लोग थे और एन्ट्री फिस सिर्फ 1 रूपया थी |

बाॅम्बें स्ट्राॅक एक्स्चेंज को 25 जनवरी 2001 को डाॅलेक्स-30 ने लाॅन्च किया |

शेयर मार्केट की जानकारी  :  उद्योगधंदो को चलाने के लिये भांडवल चाहिये तो वो उन्हे शेअर बाजार से मिल जाता है |उद्योगों को बढाने के लिये शेअर बाजार जरूरी है|

प्रायमरी मार्केट में कंपनीया स्ट्राॅक एक्स्चेंज में पहली बार सूचीबद्ध होती है और वो अपने शेअर्स जारी करता है |कंपनीया आईपीओ (इनिशियल पब्लिक आफरिग)के जरिए अपने शेअर्स पहली बार शेअर्स बाजार में इशू करती है और बाजार से पुंजी जुटाने का प्रयास करती है |

यह एक रेगुलर मार्केट है जहाॅ पर कंपनीयोंने ट्रेनिंग रेगुलर बेसिस पर होती है |निवेशक शेअर्स ब्रोकर के माध्यम से स्ट्राॅक  एक्स्चेंज में अपना ट्रेनिंग ऑर्डर्स को पूरा करते है|

शेयर मार्केट में पैसे कमाने के लिये आप के पास डिमॅट अकाउट होना चाहिए |यदि आप का नही है तो आप को उसे खोलने के लिये आप को एक ब्रोकर की जरूरत है|शेअर्स मार्केट के लिये डिमॅट अकाउट होना ही चाहिए
अगर आप के पास और दूसरा कोनसा डिमॅट अकाउट है तो भी आप शेअर्स मार्केट में इन्व्हेस्टमेंट कर सकते है |

शेयर मार्केट में अलग अलग कंपनीयोंके शेअर्स होते है पहले पहले आप को लाॅस का सामना करना पडता है |आगे आगे आप शेअर्स मार्केट को सिखते है |

1992 को शेयर बाजार में भारी मंदी थी | ईसी वर्ष हर्षद मेहता का घोटाला सामने आया |

147 सालोंसे बाॅम्बें स्ट्राॅक एक्स्चेंज कार्यरत है |आज BSE के पास 72 करोड निवेशक खाते है |4700 रजिस्टर्ड कंपनी है और 231 लाख करोड रूपये कैपिटलाइजेशंन है |

चूंकि लेन-देन पैसे से संबंधित है, सप्ताह के शेष लेनदेन मिलान हैं। कुछ शेष ब्रोकर / बैक सेटलमेंट, रिपोर्ट शेयर बाजार के कर्मचारियों द्वारा सप्ताहांत पर की जाती है। बैकिंग सिस्टम में रखा गया है।  इसके अलावा, बाजार वर्तमान में शनिवार को बंद रहता है क्योंकि ब्रोकर के लिए सप्ताहांत से संबंधित पैसे का निपटान करना मुश्किल होता है जब शेयर बाजार दोपहर में बंद हो जाता है क्योंकि बैंक शनिवार या आधे दिन में बंद रहता है।  शाम 5 बजे तक आगे बढ़ने और सेटलमेंट का समय 2 दिन करने का प्रयास किया जा रहा है।

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