Mark Zuckerberg Biography In Hindi : मार्क जुकरबर्ग जीवनी

मार्क जुकरबर्ग का जन्म 14 मई 1984 को प्लेन्स, न्यूयॉर्क में हुआ था।  उनका पूरा नाम मार्क एलियट जुकरबर्ग है।  उनके पिता का नाम एडवर्ड जुकरबर्ग वह एक Dentist हैं, उनकी माँ का नाम करेन जुकरबर्ग और वो एक  psychiatrist  हैं। उनके घर में उनके माता पिता सहित तीन बेहेने हैं और Mark दूसरी स्थान में हैं और घर के एक लौते बेटे हैं| उनकी तीन बहनें, रैंडी, डोना और एरियल, न्यूयॉर्क में पली-बढ़ीं है।  जुकरबर्ग का पालन-पोषण यहूदी धर्म के कट्टर अनुयायी के रूप में हुआ था।
उनके घर के पास ही पिता का dentist का clinic है जहाँ वो अपने मरीजों को देखते हैं |

उन्होंने अर्दस्ले हाईस्कूल में ग्रीक-रोमानिय साहित्य का अध्ययन किया।
माध्यमिक शिक्षा के बाद, उन्हें हैम्पशायर में फिलिप्स एक्सेटर अकादमी भेजा गया।जुकरबर्ग ने हायस्कूल के द्वारान मिडिया प्लेयर बनाया जिसका नाम Synapse था जो एक प्लेयर था अपनी प्ले लिस्ट तयार करता था |

जबकि जुकरबर्ग ने विज्ञान और साहित्य में कई पुरस्कार जीते हैं, उन्होंने कॉलेज के एक पत्र में दावा किया कि वह फ्रेंच, हिब्रू, लैटिन और प्राचीन ग्रीक में पढ़ और लिख सकते हैं।

हायस्कूल होने के बाद, उन्होंने हार्वर्ड विश्वविद्यालय में भाग लिया और एक यहूदी बिरादरी, अल्फा एप्सिलॉन में शामिल हो गए।
कॉलेज में, वह “द लिड” जैसी प्रसिद्ध कविताओं की पंक्तियों को पढ़ने के लिए प्रसिद्ध थे।

फरवरी 2004 में, जुकरबर्ग ने अपने हार्वर्ड हाॅस्टेल के कमरे से फेसबुक की शुरुआत की।
उनके फिलिप्स एक्सेटर अकादमी के दिनों से, अन्य कॉलेजों और स्कूलों की तरह, “फेसबुक” सभी छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों की हेडशॉट छवियों के साथ वार्षिक छात्र निर्देशिकाओं को मुद्रित करने की एक लंबी परंपरा से आया था।

फेसमैश के आयोजन से पहले हार्वर्ड की एक छात्रा ने सोशल नेटवर्किंग साइट के आइडिया के साथ दिव्या ने मार्क के पास और दो पार्टनर के साथ संपर्क किया।
दिव्या ने मार्क को बताया कि वह अपने विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए “हार्वर्ड कनेक्शन” नामक एक वेबसाइट बनाना चाहते हैं, जिसे बाद में “कनेक्टयू” नाम दिया गया।
उन्होंने कहा कि इस साइट के सभी सदस्य इंटरनेट के माध्यम से एक दूसरे के साथ तस्वीर, व्यक्तिगत जानकारी और उपयोगी लिंक  शेयर कर सकते हैं|
इस कॉन्सेप्ट को सुनने के बाद मार्क ने तुरंत हां कर दी और उनके साथ काम करना शुरू कर दिया।

इस प्रोजेक्ट्स पर काम करते हुए, उनको अपनी खुद की सोशल नेटवर्किंग साइट शुरू करने की तरकीब सुझी |
2004 में, मार्क ने “द फेसबुक डॉट कॉम” डोमेन नाम रजिस्टर किया, जिसे अब दुनिया भर के लोगों द्वारा “फेसबुक” के रूप में जाना जाता है।
उस समय, फेसबुक का उपयोग केवल उनके विश्वविद्यालय के छात्र ही करते थे।
धीरे-धीरे, 2005 से, यूएसए में सभी संस्थानों के छात्रों ने फेसबुक का उपयोग करना और प्रोफाइल बनाना शुरू कर दिया।
जैसे-जैसे फेसबुक की लोकप्रियता बढ़ती गई, मार्क ने फैसला किया कि केवल छात्रों को ही नहीं, बल्कि दुनिया भर के सभी लोगों को इसका इस्तेमाल करने की अनुमति दी जाएगी।
मार्क ने अपनी पढ़ाई को आधी छोड दिई और पूरी तरह से इस परियोजना पर ध्यान केंद्रित करना शुरू कर दिया।

फेसबुक को जो विशिष्ट बनाता है वह यह है कि यह उपयोगकर्ताओं को नए दोस्त बनाने, मौजूदा दोस्तों के साथ फिर से जुड़ने और उनके पास सब कुछ साझा करने की अनुमति देता है, चाहे उनके दोस्त दुनिया में कहीं भी हों।
इस विशेषज्ञता के कारण लोग फेसबुक की ओर आकर्षित होते हैं। और इसी वजह से फेसबुक की लोकप्रियता इस हद तक बढ़ गई है कि अब दुनिया भर में इसके एक अरब यूजर्स हो गए हैं।

मार्क के उपर उनके जीवन से प्रेरित एक फिल्म है जिसका नाम The Social Network हैं|फेसबुक के मुख्यकार्यकारी (CEO) तथा को-फांउडर मार्क जुकरबर्ग हैं |

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